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यही है जिंदगी या जिंदगी कुछ और है।?

जहां में सब कुछ है पर किसका हमे मालूम नहीं कहीं पर सीधा रास्ता तो कहीं पर बहुत मोड़ कहीं पर खामोशी तो कहीं पर बहुत शोर है दिखती नहीं यहां मंजिल किसी को पर पहुंचने पर जोर है पता नहीं 
यही है ज़िन्दगी या ज़िन्दगी कुछ और है,,

किसी का हाथ थाम कर ताउम्र चलना क्या यही ज़िन्दगी है अपने सपनों का पीछा करना शायद यही ज़िन्दगी है। ज़िन्दगी शायद हमें जीना सिखाती है कब तक हमें मालूम नहीं कहीं पर भूक की बेबसी दिखती है तो कहीं खाने पर जोर है कही मेहनत तड़पती दिखती है तो कही किसमत का जोर है पता नही 
यही है जिन्दगी या जिन्दगी कुछ और है,,

किसी नजर में अच्छे तो कही बुरे बनते जा रहे है कभी सफर में थे शायद आज बेखबर चले जा रहे है कोई खबर भेज जिंदगी अब कुछ नजर नहीं आता केवल मुझसे खफा है या मैं नजर नहीं आता सब लड़ते है तुझसे जिंदगी सबका जीतने पर जोर है मैं हारा तू जीती हाथ मिला और बता अब 
यही है जिंदगी या जिंदगी कुछ और है,,❤

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